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ब्राह्मण बाबू, ब्राह्मण बाबू नीत दिन जपै छी ।ब्राह्मण गीत

ब्राह्मण बाबू, ब्राह्मण बाबू नीत दिन जपै छी । विपत्ति काल में ब्राह्मण बाबू कीये ने अबै छी । अंगना घर ना हम नित्य दिन रखै छी । विपत्ति काल में ब्राह्मण बाबू कीयेने अबै छी । जोड़ा जनउ, पान सुपारी नीत दिन रखै छी । विपत्ति काल में ब्राह्मण बाबू कीयेने अबै छी 1 जोड़ा छागर धूर बन्हायब नीत दिन रखै छी । विपत्ति काल में ब्राह्मण बाबू कीयेने अबै छी ।

कीर्तन बजइए अनघोल, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू ।ब्राह्मण गीत

कीर्तन बजइए अनघोल, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । लाले ओ धोतिया ब्राह्मण लाले तौलिया, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । सेहो लए अहाँ के पहिरायब, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । लाले खरमुआ ब्राह्मण लाले जनउआ, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । सेहो लए अहाँ के पहिरायब, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । लाले मधुर ब्राह्मण लाल पुष्पहार, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । अहींके भोग लगायब, यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू ।

लागई छी हम ब्राह्मण बाबू गोड़,ब्राह्मण गीत

लागई छी हम ब्राह्मण बाबू गोड़, की अंगुलीमे पड़ि गेल मोड़ । गंगा निकट सँ माटि कोड़ लाइव, पिड़िया बनाये तोड़ । गंगा यमुना से जल भरि लायब, की ब्राह्मण बाबू पिड़िया नायब तोड़ । पीडिया नापते हम हथवा छीहल गेल, की परि गेल अंगुड़ी मे मोड़ । मालीन फुलबाड़ी सऽ फुल लोढ़ा लाइव, की ब्राह्मण पूजा कराओ तोड़ । फुलबा तोड़ते हमरा साड़ी लडकी गेल, | की फट गेल सड़िया के कोड ।

पगिया तोहर गुलबिया है ब्राह्मण ब्राह्मण गीत

पगिया तोहर गुलबिया है ब्राह्मण धोतिया तोहर तरंग है । घोड़ा तोहर बघेरबा हौ ब्राह्मण सोने मुठी लागल लगाम हे । ताहि घोड़ा चढ़ी चलली ही ब्राह्मण चलि भेला असला गोहार है। जहाँ जहाँ देखथि ब्राह्मण दूधपीठी-मधुर तहाँ तहाँ जीव ललचाए है। जहाँ जहाँ देखथि ब्राह्मण जोड़ा जनटा सभक सुनथि गोहार है। उजरा छागर धुकुर बनाएं करिया छागर बलिदान है। कल जोड़ी अबला गोहराबथि सदा रहियो आंवला पर सहाय है

छोटी मोटी ब्राह्मण बाबूके कान दुनू सोनमा,ब्राह्मण गीत

छोटी मोटी ब्राह्मण बाबूके कान दुनू सोनमा, पढ के पोथी नेने जाय है । बाटे भेटिय गेल ब्राह्मण के बेटे हो, सब जनौ दिय चढाय हे 1 पहिने जे अबितौं ब्राह्मण अहींके चढ़ते, सभ जन गेलै बिकाय हे 1 बाटे भेटिय गेल मालिन केर बेटिया यो, सब फूल गेल बिकाय हे । बाटे भेटिय गेल हलुअइया के बेटिया, सभ मधुर दीअ चढ़ाय है । पहिने जे अबितौं ब्राह्मण अहींके चढ़ते, सभ मधुर गेल बिकाय हे छोटे मोटे ब्राह्मण बाबू के कान दुनू सोनमा, पढ़य के चौथी नेने जाय हे ।

बलिया जोहत ब्राह्मण दिन राति बीतल ब्राह्मण गीत

बलिया जोहत ब्राह्मण दिन राति बीतल 1 अबैत हेता ब्राह्मण बाबू सड़क ध कए । गहवर निपाय राखल गाय गोबर से । खुशी हेताह ब्राह्मण बाबू आडन देखि कै । चरण पूजा हम फूल अक्षत लऽ के । धूर बन्हायब हम छागर आनि कए । खुशी हेताह ब्राह्मण शोणित पि वि कए । पीअर जनउ देब धोती पीयर मे रंगिकए । धूप दीप देब नैवेद्य देब आनि कए । आशीश देता ब्राह्मण पुत्र जानि कए । खुशी होएत सगर परिवार जानि कए ।

छोटी मोटी ब्राह्मण बाबूके कान दुनू सोनमा,ब्राह्मण गीत

छोटी मोटी ब्राह्मण बाबूके कान दुनू सोनमा, पढ के पोथी नेने जाय हे । बाटे भेटिय गेल ब्राह्मण के बेटे हो, सब जनौ दिय चढ़ाय हे। पहिने जे अवित ब्राह्मण आहे चढ बातों, सभ जनौ गेलै बिकाय हे । बाटे भेटिय गेल मालिन केर बेटिया यो, सब फूल गेल बिकाय हे । बाटे भेटिय गेल हलुअइया के बेटिया, सभ मधुर दीअ चढाय हे । पहिने के अबितौं ब्राह्मण अहींके चढवितों, सभ मधुर गेल बिकाय हे । छोटे मोटे ब्राह्मण बाबू के कान दुनू सोनमा, पढ के पोथी नेने जाय हे ।

बटिया जोहैत ब्राह्मण दिन राति बीतल ब्राह्मण गीत

बटिया जोहैत ब्राह्मण दिन राति बीतल 1- अबैत हेता ब्राह्मण बाबू सड़क धै कए । मैथिली लोकगीत गहवर निपाय राखल गाय गोबर से । खुशी हेताह ब्राह्मण बाबू आन देखि कए । चरण पूजा हम फल अक्षत लऽ कए । धृर बनाया हम छागर आनि कए । खांसी होती है ब्राह्मण शोणित पीकि कए । पीअर जनउ देव धोती पीयर में रोग । धूप दीप देब नैवेद्य देव आनि कए । आशीश देता ब्राह्मण पत्र जानि कए । खुशी होएत सगर परिवार जानि कए ।

छोटी-मोटी ब्राह्मण बाबू के अलप बएस छनि ब्राह्मण गीत

छोटी-मोटी ब्राह्मण बाबू के अलप बएस छनि भुइयाँ लोटनि नामी केश हे ब्राह्मण बाबू के अंगना चानन घन गछिया ताही चढ़ि कोइली घमासान हे । कटबइ *चानन गाछ, घेरबइ अंगनमा छुटि जाई कोहली की बाट हे । सएह सुनि कोइली रोदना पसारल ब्राह्मण बाबू किए जीव-घात हे । जुनि कानू जुनि राजू कोहली सुरीला सोने मढ़ायब दुनू ठोर है । जाही वन जायब कोइली, रुनझुन बाजत बाजि जायत ब्राह्मण बाबूक नाम है ।

आउ-आऊ-ब्राह्मण, अंगना हमार यो ।ब्राह्मण गीत

आउ-आऊ-ब्राह्मण, अंगना हमार यो । चौपाड़ि सून लागे अहाँ विनु हमार यो । कोने अभागल रामा पिड़िया नीपय । कोने अभाल राभा करइए पुकार यो 1 सेवक अभागल रामा करइए पुकार यो । भगत अभागल समा करइए पुकार यो 1 आउ-आ-आउ ब्राह्मण, अंगना हमार यो ।

कथी बिनु आहे सेवक मुहमा मलीन भेल.ब्राह्मण गीत

कथी बिनु आहे सेवक मुहमा मलीन भेल कथी बिनु चेहरा उदास यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । खाय लिय ब्राह्मण पाकाल बीड़ा पान पहीर लिय पीयर जनउ यौ अहाँ ब्राह्मण वाच ।। गामक पछिम ब्राह्मण एक टूठ पाकड़ि भोर होडत ओतय देव' पिड़िया बनाय यी अहाँ ब्राह्मण बाबू । ओतय अहाँकै देब ब्राह्मण दूधक ढार यो अहाँ ब्राह्मण बाबू ।।

ब्राह्मण पड़लो अथाह में, उबारि दिअ यो ।ब्राह्मण गीत

ब्राह्मण पड़लो अथाह में, उबारि दिअ यो । जल-थल-नदिया में नइया डबल अछि , ब्राह्मण इबल नइया के उबारि दिअ यो । गंगा निकट सौं माटी मंगायब, ब्राह्मण ऊँच कए पीडिया बनाय देब यो 1 मलिया आँग्न सी  मोरी मंगायब, ब्राह्मण अहीं सिर मउरी टंगाय देब यो । हलुइया लोकान् सौ मधुर मंगायब, ब्राह्मण अहीं कर भोग लगाया देब यो । ब्राह्मण बेटियां सौ जनै ,बनबाय, ब्राह्मण अहींके जनौआ चढाय देव यो ।

पडवत पहाडसँ अयलाह एक ब्राह्मण यो आहाँ ब्राह्मण बाबू ।ब्राह्मण गीत

                    ब्राह्मण गीत पडवत पहाडसँ अयलाह एक ब्राह्मण यो आहाँ ब्राह्मण बाबू । चली भेला गंगा स्नान यौ आहाँ ब्राह्मण बाबू 1 मय हुनका रोकन, देव प्रबोधनि यौ अहाँ ब्राह्मण बाबू । हँटलो ने मानथि ब्राह्मण डटलो ने मानथि यौ आहाँ ब्राह्मण बाबू । नहाय सोनाय ब्राह्मण भीर चढी वैसलाह यौ आहाँ ब्राह्मण बाबू । ताकत लगाई सेवक की बाट यौ आहाँ ब्राह्मण बाबू ।