को भेल हमर गलती, कीये वीसरि गेलौंह माता ।।
बचपन के मति अछि माँ, कनी ज्ञान सुधारु ने की।
दुख सहलो ने जाइए माँ, हम नोर चुबाबई छी ।
हे काली खप्पर मईया, कनी नेत सुधारू ने की।।।
दुख सहलो ने जाईए माँ, हम
अबला नारी छी ।
हे माँ सुतल छी की जागल छी, हम सुमति ने पावई छी।की०।।
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