चन्द बदन हमरो गौरी छथि,
सूर्य ज्योति करब जमाई रो मा
नारद मुनीनी के किछुओ ने बीगारल,
आनि देल बुढ़वा जमाई गे माई ।
कान लगली खीजऽ लगली माइ मनाईन,
झखऽ लगला ऋषि सन बाप ने माई ।
जुनि कानु जुनि खीजु माय मनाईन,
जुनि श ऋषि सन बाप गे माई ।
हमरो कर्म में इहे वर लीखल
भना।
लीखल मेटल नहि जाइ गे माई ।
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