महेशवानी
आए मथना के अडना सोहान बहिना ।
जेना जूटल छै शोभा के खान बहिना ।।
गौरी ओ शंकर युगल रूप भोहन ।
कए के सके अछि बखान बहिना ।
घर पर नगर ओ डगर पर विराजय ।
तानल वसन्त वितान जहिना 1
छवि के टापर कपिक घन घटा अछि।
तै पर स्वर लय के जुटान बहिना *
Maithli lokgeet
महेशवानी
आए मथना के अडना सोहान बहिना ।
जेना जूटल छै शोभा के खान बहिना ।।
गौरी ओ शंकर युगल रूप भोहन ।
कए के सके अछि बखान बहिना ।
घर पर नगर ओ डगर पर विराजय ।
तानल वसन्त वितान जहिना 1
छवि के टापर कपिक घन घटा अछि।
तै पर स्वर लय के जुटान बहिना *
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